मानवता

मानवता

'आपको मानवता में विश्वास नहीं खोना,
चाहिए मानवता सागर के समान है,
यदि सागर की कुछ बूँदें गन्दी हैं,
तो पूरा सागर गंदा नहीं हो जाता।
'

दुनिया

दुनिया

'खुद वो बदलाव,
बनिए जो आप दुनिया,
में देखना चाहते हैं।
'

किसी को भी

किसी को भी

मैं किसी को भी अपने गंदे पाँव के साथ मेरे मन से नहीं गुजरने दूंगा...I

ऐसे सीखो की.....I

ऐसे सीखो की.....I

ऐसे जियो जैसे कि तुम कल मरने वाले हो. ऐसे सीखो की तुम हमेशा के लिए जीने वाले हो.....I

थोडा सा अभ्यास......I

थोडा सा अभ्यास......I

'थोडा सा अभ्यास बहुत सारे उपदेशों से बेहतर है....I'

समझ के दुश्मन......I

समझ के दुश्मन......I

क्रोध और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन हैं.

सबसे सशक्त भाषण.....I

सबसे सशक्त भाषण.....I

मौन सबसे सशक्त भाषण है. धीरे-धीरे दुनिया आपको सुनेगी.

ख़ुशी तब मिलेगी ...

ख़ुशी तब मिलेगी ...

ख़ुशी तब मिलेगी जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं, सामंजस्य में हों.

विचारों से निर्मित प्राणी I

विचारों से निर्मित प्राणी I

व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित प्राणी है, वह जो सोचता है वही बन जाता है.I